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भारी वर्षा के बावजूद माकपा ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ रैली निकालकर विशाल जनसभा आयोजित की

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राहे में माकपा ने शहीद भगतसिंह की 115 वीं जयंती मनाया, संविधान, लोकतंत्र एवं देश की रक्षा का लिया शपथ

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सोनाहातु में माकपा का राज्य व्यापी कोष संग्रह अभियान 2 सितंबर

Party History

देश के 28वें राज्य के रूप झारखंड राज्य बनने के साथ ही सन्‌ 2000 ई में ही सीपीआई(एम) झारखंड भी अस्तित्व
में आया।झारखंड के पहले राज्य सचिव कॉम ज्ञान शंकर मजूमदार बने।

विपुल खनिज संपदा और बड़े उद्योगों से संपन्न झारखंड बड़े जनसंघर्षों और विद्रोहों की भी उर्वर भूमि रही है।
1784 में तिलका माँझी का अंग्रेजों के ख़िलाफ़ विद्रोह से ले कर 1855-56 के संताल हूल से बिरसा मुंडा के
उलगुलान तक झारखंड का इतिहास जन विद्रोहों की श्रृंखला की गाथा है।

झारखंड एक आदिवासी बहुल राज्य है जहाँ अधिसंख्य ब्लॉक संविधान की पाँचवीं अनुसूची के अंतर्गत अधिसूचित
क्षेत्र है। यहाँ पेसा क़ानून भी लागू है। जल-जंगल-जमीन